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महाकुंभ मेला 2025 के नौवें दिन की प्रमुख घटना और कार्यक्रम 🙏🙏🙏🙏🙏

Day 8 of Maha Kumbh Mela-महाकुंभ मेला 2025 का दृश्य, जहां लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती) में स्नान कर रहे हैं। घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।

संगम में डुबकी लगाते लाखों श्रद्धालु: आस्था, विश्वास और अध्यात्म का महासंगम।

महाकुंभ मेला 2025 के नौवें दिन की प्रमुख घटनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी🙏🙏🙏🙏🙏

महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन 13 जनवरी से प्रयागराज  में आरंभ हुआ है।

महाकुंभ मेला 2025 का पवित्र दृश्य, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। हर ओर भक्तों की भीड़ और आध्यात्मिक माहौल।
पवित्र डुबकी और अनंत श्रद्धा: महाकुंभ में उमड़ी आस्था की लहर।

महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन 13 जनवरी से प्रयागराज  में आरंभ हुआ है।आज, 21 जनवरी 2025, महाकुंभ का नौवां दिन है। आज भी गंगा स्नान के लिए घाटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। 20 जनवरी को रिकॉ र्ड 54.96 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई, जबकि 13 जनवरी से अब तक कुल 8.81 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।

महाकुंभ के दौरान कई महत्वपूर्ण तिथियां और कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मुख्य स्नान पर्वों में मकर संक्रांति (14 जनवरी), पौष पूर्णिमा (13 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी), बसंत पंचमी (3 फरवरी), माघी पूर्णिमा (12 फरवरी) और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) शामिल हैं।………..महाकुंभ मेला

इसके अतिरिक्त, 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक महाकुंभ क्षेत्र के अरैल में स्थित त्रिवेणी शंकुल में आयोजित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस बैठक में प्रदेश सरकार के 54 मंत्री शामिल होंगे, और कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।

महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, जैसे कि डबल डेकर बस रेस्टोरेंट की स्थापना, जहां एक साथ 25 लोग बैठकर शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं।

महाकुंभ मेला 2025 का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन होगा।

 

महाकुंभ मेला का महत्व 

धार्मिक महत्व:
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। यह संगम (गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती) के पवित्र जल में स्नान का अवसर प्रदान करता है।…………..महाकुंभ मेला

खगोलीय संयोग:
महाकुंभ का आयोजन तब होता है जब बृहस्पति कुंभ राशि में प्रवेश करता है और सूर्य मकर राशि में होता है। यह खगोलीय घटना हर 12 साल में होती है।

महत्वपूर्ण तिथियां और स्नान पर्व

महाकुंभ क्षेत्र की व्यवस्थाएं

महाकुंभ मेला 2025 में श्रद्धालु संगम नदी में स्नान कर रहे हैं। विशाल जनसमूह और अद्वितीय आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक।
हर डुबकी के साथ मोक्ष की तलाश: महाकुंभ मेला का अनुपम दृश्य।

 

श्रद्धालुओं के लिए सुविधा:

आधुनिक तकनीक का उपयोग:

आध्यात्मिक अनुभव:

श्रद्धालुओं की संख्या:

विशेष आयोजन:

कैबिनेट बैठक

भोजन और पर्यटन

विशेष भोजनालय:

पर्यटन के लिए व्यवस्था:

महत्वपूर्ण जानकारी

Devotees gathered at the Maha Kumbh Mela 2025, bathing in the sacred Ganga River and participating in spiritual rituals.
Devotees at the Kumbh Mela 2025 taking a holy dip in the Ganga River.

You may also visit here https://hi.wikipedia.org (Kumbh mela)

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