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26 जनवरी: हर एक शहीद की कुर्बानी का नमन ( शायरी ) 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

भारत का गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी पर तिरंगा झंडा फहराया जाता हुआ दृश्य, राष्ट्रीय परेड, और भारतीय सशस्त्र बलों की भव्य प्रस्तुति।"

"गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर, हम अपने देश के लोकतंत्र और स्वतंत्रता की ओर श्रद्धा अर्पित करते हैं। आइए, हम सब मिलकर अपने देश की गरिमा को और बढ़ाने का संकल्प लें। जय हिंद!"

यहां 26 जनवरी के अवसर पर बेहतरीन शायरी प्रेरणा के साथ प्रस्तुत की जा रही है |

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26 जनवरी के अवसर पर बेहतरीन शायरी –

“आज़ादी की चाँद सी रोशनी में,
सपने सजाएं हैं हम अपनी ज़िन्दगी में।
दिलों में जोश और हौंसला है,
आज हम मनाएं तिरंगे की शान में!” …..शायरी

 

“गाँव की धरती पर ये तिरंगा लहराए,
सपने नये और नए रास्ते दिखाए।
हम भारतीय हैं, गर्व से कहते हैं,
आज़ादी की राह पर हम आगे बढ़ते हैं!”

 

“तिरंगे का रंग दिल में बसाएं,
देश के लिए हम जान भी लुटाएं।
ख़ुश रहेंगे हम देहात में,
अपने देश के लिए सब कुछ छोड़ देंगे!”

“सपने हमारे गाँव से ऊपर जाएं,
हम शहीदों का क़र्ज़ चुकाए।
दिल में हो देशभक्ति का जज्बा,
आज़ादी को मनाने का यही है तरीका!”……शायरी

“गाँव-गाँव में गूंजे ये आवाज़,
आज़ादी की ख़ुशियाँ हर घर में हो आज़।
सभी साथ चलें एक नया रास्ता बनाएं,
हम अपनी ज़िंदगी में देशभक्ति को बसाएं!”

 

“हम मेहनतकश लोग हैं गाँव के,
कभी न रुकेंगे, कभी न थकेंगे।
आज़ादी की राह में बहे ख़ून,
हमें अपने देश की शान पर है गर्व!”

 

“26 जनवरी का दिन है खास,
शहीदों का संघर्ष याद रखो तुम हमेशा पास।
हम मेहनत से अपने गाँव को आगे बढ़ाएंगे,
माँ भारती का नाम ऊँचा हम ही लाएंगे!” ….शायरी

 

“तिरंगे के नीचे, हम संकल्प लें,
अपने गाँव को ऊँचाई पर ले जाएं।
आज़ादी की शान बढ़ाएं,
हर गाँव में ये तिरंगा फहराएं!”…शायरी

 

“हम किसान हैं, मेहनत से दिन रात काम करते हैं,
तिरंगे में अपने हौंसले की दम दिखाते हैं।
आज़ादी के पर्व पर हम सब संकल्प लें,
दुनिया को दिखाएं, हम क्या कर सकते हैं!”

शायरी

"गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगे झंडे का समर्पण, राष्ट्रीय परेड और भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रदर्शन का दृश्य।"
“गणतंत्र दिवस के इस ऐतिहासिक दिन पर, हम अपने देश की स्वतंत्रता और संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और सम्मान प्रकट करते हैं। यह दिन हमें एकता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।”

 

“राहों में संघर्ष और मंजिल की उम्मीद,
गाँव के बच्चों में जगाएं स्वतंत्रता की जींद।
26 जनवरी को फिर एक बार,
देश के लिए उठाएं हम एक आवाज़!”

 

“गाँव की मिट्टी में खुशबू है आज़ादी की,
तिरंगे के नीचे मिलें हम सब भाई-बहन।
शहीदों के खून से रंगी है ज़मीन,
देशभक्ति की राह पर, हम सभी चलें!”

लाल किला और तिरंगा ध्वज, भारतीय स्वतंत्रता और गौरव का प्रतीक।" शायरी
“लाल किला और तिरंगा ध्वज, भारतीय स्वतंत्रता और गौरव का प्रतीक।”

“गाँव में हमें दिखा अपनी पहचान,
हर दिल में जागे स्वतंत्रता का मान।
26 जनवरी पर ये शपथ लें,
अपने देश की शान बढ़ाएं हम हमेशा के लिए!”

 

“हम किसान हैं, पर शहीदों के जैसे,
हम भी अपने देश की खातिर जीते हैं।
आजादी की राह पर हम चलें,
माँ भारती के लिए हम प्राणों को बलि दें!”

 

“गाँव की हवा में तिरंगा लहराए,
नए रास्तों पर हम आगे बढ़ जाएं।
सपने बड़े हैं, इरादे पक्के हैं,
आज़ादी को मनाने की यही वजह है!”

 

“हम मेहनती लोग हैं, जिनकी नज़र में है देश,
गाँव में मेहनत से हम सब कुछ हासिल करें।
आज़ादी की अहमियत को समझते हैं हम,
देश के लिए अपने दिलों को जोड़ें!”

“गाँव की राहों में हम तिरंगा फहराए,
संघर्ष की राह पर हम कभी न थक जाएं।
आज़ादी की खुशियाँ हों सरे गाँव में,
शहीदों के प्रति सम्मान हमारी क़ीमत हो!”

“गाँव में उठे युवा जोश का परचम,
आज़ादी का हर गान गाए सारा देश।
हम सभी मिलकर, संकल्प लें,
आज़ादी की राह पर हम कदम बढ़ाएं!”

“हमारे गाँव में है जज़्बा कुछ खास,
आज़ादी की जोश में मिल जाए सब पास।
26 जनवरी पर शपथ लें हम,
माँ भारती के लिए हर कदम बढ़ाएं!”

 

“तिरंगे के रंग में बसी है ज़िंदगी,
गाँव की मिट्टी में बसें उम्मीदें नई।
आज़ादी की शान बढ़ाएं,
अपने गाँव को हम आगे बढ़ाएं!”

शायरी

शायरी

 

“गाँव की पगडंडी में बसें कुछ सपने,
आज़ादी की राह पर हम बढ़ते रहें।
26 जनवरी को हम मिलकर मनाएं,
देशभक्ति से हर गाँव को सजाएं!”

 

“हमारा देश है बेमिसाल,
हर गाँव में गूंजे देशभक्ति का गीत।
आज़ादी के दिन, हम साथ में खड़े हैं,
अपने गाँव की साख बढ़ाएं, हम लड़ें!”…..शायरी

“गाँव से देश तक, हम बढ़ते जाएं,
आज़ादी का रंग हर घर में लाएं।
तिरंगे की शान से हम जुड़े रहें,
सपने अपने देश के लिए पूरा करें!”

 

“हम देहाती लोग हैं, दिल में देशभक्ति है,
आज़ादी का जश्न हर मन में सच्चाई है।
26 जनवरी पर शपथ लें,
देश की शान के लिए हम सब कुछ करें!”

 

“आज़ादी के पर्व पर हम सभी एक साथ,
देश के लिए अपना जीवन लगाएं।
गाँव की राहों से हम निकलें,
माँ भारती की शान को ऊँचा करें!”

 

“गाँव में तिरंगा लहराए,
देश की आन, बान और शान बढ़ाए।
हम सभी मिलकर संकल्प लें,
आज़ादी को सच्चे दिल से मनाएं!”

 

“गाँव की मिट्टी में बसी है शान,
आज़ादी की ख़ुशबू हो जैसे हर एक सांस।
हम साधारण लोग, पर दिल में गहरी बात,
देश के लिए जान तक दे दें हम बात की जात!”

 

“न केवल तिरंगा लहराता है आकाश में,
हमारा हौंसला भी उड़ता है, अब तक हर पग में।
आज़ादी की आंधी से हम नहीं डरते,
हम मेहनत से अपने गाँव को सुधारते हैं!”…… शायरी 

 

“गाँव की ऊँची-नीची ज़मीन,
जहाँ हर सांस में बसता है सपना अपार।
हम हाथों में हल, दिल में तिरंगा,
देश के लिए न हर कोई है बेकार!”

 

“किसान के हाथ में हल है, मगर दिल में एक आग,
देशभक्ति की आवाज़ है हमारे खेतों में सौगात।
26 जनवरी पर हम संकल्प लें,
दुनिया को दिखाएं, गाँव के लोग कभी न थकें!”

 

“गाँव का हर बच्चा, हर बूढ़ा जवान,
देश के लिए समर्पित है, यही उसका धर्म-वीर क़ान।
आज़ादी की राह पर यह सच्चाई की तलाश,
हम बस रहते हैं देशभक्ति के लिए, हर एक सांस में आश!”…. शायरी 

 

“शहीदों ने जिस भूमि में अपना खून बहाया,
उस मिट्टी की खुशबू में हर एक सपना पलाया।
गाँव के कोने-कोने में ज़िन्दगी फिर से चमके,
आज़ादी के उन रंगों से हर दिल फिर से दमके!”

 

“हमारी राहें कभी भी आसान नहीं थीं,
हर मुश्किल को पार करने का जज़्बा था सच्चा।
गाँव की मिट्टी से निकले थे वीर,
आज़ादी का पर्व मनाएं, फिर से बलिदान के लिए दिल से हर्ष!”

 

“गाँव में बसे हैं सपने बड़े,
तिरंगे का साथ हमारे दिलों में पडे।
देशभक्ति की गहरी आंच है हमारे भीतर,
हमारी मेहनत से ही हर मुश्किल को करता है ठिकाना!”

“हमारे गाँव की ज़िन्दगी सिखाती है कुछ गहरी बातें,
यहाँ हर किसी की आँख में देशभक्ति की रौशनी सुलगती है।
26 जनवरी पर हम कसम लें,
अपने सपनों को सजाकर इस देश में हर सपना सही ढंग से बढ़ाएं!”

 

“सच्चे भारतीय हैं हम, हर परिस्थिति में साथ खड़े,
गाँव की धड़कन, हर मुश्किल से हमें डर नहीं।
आज़ादी के पर्व पर, हम फिर से दिखाते हैं दिलों का जज़्बा,
इस देहाती आत्मा में बसी है माँ भारती का अद्वितीय सपना!”

“हमने खेतों में कांटे चुभाए, फिर भी झुके नहीं,
हमारे दिलों में जज़्बा है, जो कभी भी टूटे नहीं।
आज़ादी का गीत हम गाते हैं,
किसान की पसीने की महक में हर एक कदम उठाते हैं!”

 

“गाँव के रास्तों में शहीदों की ध्वनि गूंजती है,
उनकी वीरता की गाथाएँ हमेशा हमारे मन में बसी रहती हैं।
हम जीते हैं गाँव के लिए, पर देश की खातिर,
हर पल संघर्ष में है हमारा अस्तित्व, हमारी ताकत है यह!”

शायरी

 

“हम खेतों में मेहनत करते हैं, हर एक दिन की ताकत,
देशभक्ति की जो है भावना, वह है हमारी धड़कन की रफ्तार।
गाँव में हर दिल से एक ही आवाज़ है,
आज़ादी के प्रति हमारे जज़्बे का न कोई मुकाबला!”

 

“गाँव का हर आदमी, हर औरत, हर बच्चा,
देशभक्ति में लहराए तिरंगे जैसे ऊँचा।
न रुकेंगे हम, न थमेंगे, जब तक तिरंगा नहीं लहराए,
हमारे हौंसले और संघर्ष से वो दिन आए!”

 

“गाँव की गलियों में बीता है हमारा जीवन,
पर अब हम जीते हैं देश के लिए, बिना किसी भय के।
आज़ादी की असली कीमत यही है,
हमने खेतों और खून में उसे पाया है!”

 

“गाँव में संघर्ष की कहानियाँ बड़ी दिलचस्प हैं,
हर मेहनत की ऊँचाई में एक गहरी ताकत बसती है।
26 जनवरी पर हम याद करें, हर एक की दी ज़िन्दगी,
देश के लिए हमें करनी होगी फिर से नई यात्रा की शुरुआत!”

“हमें अपना गौरव कभी न भूलने देना है,
आज़ादी के सच्चे मायने समझने देना है।
गाँव के बच्चों को दी शिक्षा की रौशनी,
देश के कोने-कोने में फैला दें यही दिव्यता की धारा!”

 

“सपने हैं हमारे, बड़े और विशाल,
गाँव की मिट्टी में बसी है तिरंगे की पूरी खुशबू।
आज़ादी की दी जो राहें हमारे शहीदों ने,
उन रास्तों को पक्के कदमों से चलकर हम फिर से सलाम करते हैं!”……

 

“गाँव की हर राह, हर पेड़, हर कच्चा घर,
हमारे हौंसले की मिसाल बनते हैं, जब हम करते हैं संघर्ष।
देश की आज़ादी का सपना हमें आँखों में है,
हमेशा देश के लिए जि़न्दगी बसर करेंगे!”

 

“हमारी ज़िंदगी है खेतों में काम,
पर हमारा दिल है राष्ट्र की धड़कन का श्रेय।
आज़ादी का पर्व हमारे गाँव में है सम्मान,
हम सब मिलकर बढ़ाएं देश की शान!”…… शायरी 

 

“गाँव की दिलों में सच्ची धड़कन बसी है,
हर धड़कन में तिरंगे की आभा सजी है।
हमारे संघर्ष की कहानियाँ गाँव के घर-घर में,
आज़ादी की जोश भरी आवाज़ गूंजे फिर से हर शिखर में!”

 

हमने हर दर्द, हर कष्ट सहा है,
पर कभी नहीं डरें, देश की खातिर लड़ा है।
गाँव के बच्चों के सपने हैं विशाल,
आज़ादी की राह पर आगे बढ़ें हम निडर और बेहाल!”…. शायरी 

शायरी

"इस चित्र में एक सेनानी कमांडर की वीरता और उसकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाया गया है। सेना का ध्वज उसके हाथों में एक गर्व का प्रतीक है,
देश की सेवा में समर्पित, हमारे सुरक्षा प्रहरी।”

“हम शहीदों की राह पर चले, यही हमारी पहचान है,
आज़ादी के रंगों में रंगा हर एक इंसान है।
गाँव में बसें संघर्ष की बात,
आज़ादी की गूंज उठे फिर से यहाँ हर एक रात!”…. शायरी 

 

“गाँव के रास्ते पर शहीदों के खून से बनी एक सवारी,
हम सब उनका क़र्ज़ चुकाने के लिए आगे बढ़े।
आज़ादी के इस पर्व पर फिर से हम,
अपना क़दम उठाएं, दिल में तिरंगे की नज़ारी!”,……शायरी

 

“हम देहाती लोग हैं, संघर्ष की राह में,
आज़ादी की यादें हमें जलाती हैं हर श्वास में।
गाँव की धरती से तिरंगे की ओट,
हम स्वतंत्रता की धारा से जुड़ें, फिर से एक नयी और उज्जवल वोट!”…….शायरी

 

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